इश्वर को जब भरत पक्षी बनाने का मन किया तो उन्होंने थोड़ी गीली मिटटी हवा में फेंकी , वह भरत पक्षी बनकर, ज़मीन पर पहुंची और गाना गाने लगी.
शैतान जो यह सब एक बड़े से पत्थर के पीछे बैठ कर देख रहा था, सोचने लगा की चलो मैं भी एक पक्षी बनता हूँ, उसने कीचड की गेंद बना हवा में फेंकी और वह एक ज़मीन पर एक पत्थर के पीछे लुडक कर चली गयी. जहाँ से बड़ी ही भयानक टर्र टर्र की आवाज़ आने लगी जिससे शैतान भी डर गया.
इस तरह से पहले दादुर का जन्म हुआ.
हंगरी भाषा से हिंदी में अनुवादित