मुझे ज़िन्दगी मे और कुछ नही बस तेरा साथ चाहिए॥
हाथो में और कुछ नही बस तेरा हाथ चाहिए।
तू दीपक बनकर जलता रहे, मेरे इस घर आगन में।
तू खुशबू बनकर महकता रहे, मेरी ही इन सासों में।
पा कर तुझ को खो न दू, ये तेरा इकरार चाहिए।
मुझे ज़िन्दगी में और कुछ नही, बस तेरा साथ चाहिए।तेरी बाहों में सर रख कर, काटूँ सारी रातों को,
तेरी राहों में दुनिया को, देखू सुरमई अखियों से।
तेरा करूँ मैं तुझको अर्पण, तो फिर क्या होगा मुझको ग़म।
बस तू ही मुझ से मुह मोड़ न ले, ये तेरा विश्वास चाहिए।
मुझे ज़िन्दगी में और कुछ नही, बस तेरा साथ चाहिए॥
हाथो में और कुछ नही बस तेरा हाथ चाहिए।
तू दीपक बनकर जलता रहे, मेरे इस घर आगन में।
तू खुशबू बनकर महकता रहे, मेरी ही इन सासों में।
पा कर तुझ को खो न दू, ये तेरा इकरार चाहिए।
मुझे ज़िन्दगी में और कुछ नही, बस तेरा साथ चाहिए।तेरी बाहों में सर रख कर, काटूँ सारी रातों को,
तेरी राहों में दुनिया को, देखू सुरमई अखियों से।
तेरा करूँ मैं तुझको अर्पण, तो फिर क्या होगा मुझको ग़म।
बस तू ही मुझ से मुह मोड़ न ले, ये तेरा विश्वास चाहिए।
मुझे ज़िन्दगी में और कुछ नही, बस तेरा साथ चाहिए॥