Poem teri yaad Bhumika Bhandari AgarwalPosted on December 3, 2011 4 Comments तेरी याद………… यादों में तेरी खोये हुए , पता ही नही चला कब शाम हो गई। एक आहट हुई, थोडी घबराहट हुई, फिर सोचा, अब तो ये बात आम हो… Read More