मकसद है अगर कुछ ज़िंदगी का,जीने का सलीका सीखिए|
फूलों की राहों पर नहीं,काँटों पर चलना सीखिए.
गुम हो न जाएँ मंज़िलें हो न ऐसी हार,राहों को ज़िंदगी की मंज़िल से मिलाना सीखिए|
चाहत हृदय में हो जब आपकी..बदल लेती हैं रुख़ हवाएँ भी,चाहतों से अपनी,रुख़ हवाओं का बदलना सीखिए|
कठिनाइयों में ज़िंदगी की,न ढूँड़ो अपना नसीब,हर कठिन पल को जीत कर,नसीब अपना जगाना सीखिए|
वक़्त तो साथ रहता है हरपल तुम्हारे,बस वक़्त की किरणों के उजाले को,पल-पल पहचानना सीखिए|
नहीं हैं ठहराव का नाम ज़िंदगी,भुला कर पतझड़ों के वीरानों को,बहारों की नयी दुनिया, बसाना सीखिए|
नयी सुबह से संवार उठेगी ज़िंदगी,ईश्वर का प्यार भरा उपहार इसे समझना सीखिए|
Wow.. u r a great writer.