फिल्म बाजीराव मस्तानी मे भले ही मस्तानी और बाजीराव की प्रेम कहानी कुछ ज्यादा नाटकीय रुप से दिखाई गयी पर Actor रनवीर सिंह ने इस चरित्र से सबको familiar कर दिया.
ये सच है बाजीराव प्रथम एक अपराजित योध्दा था, उसका और काशी बाई के बेटे रघुनाथ राव का एक पुत्र हुआ जो बाजीराव द्वितीय कहलाया और वो पेशवा साम्राज्य के आखिरी पेशवा थे. वे परिवार सहित महाराष्ट्र (पूने) से कानपुर (बिठूर) आकर बस गये थे. 1857 की क्रांति के नायक नाना राव उनके दत्तक पुत्र (adopted son) थे, नाना को धुंधुपन्त भी कहा जाता था.
कानपुर मे ही तात्या टोपे नाना को युध्द का प्रशिक्षण (training) देते थे जिसमे बाजीराव के सेवक (मोरपन्त) की बिन मां की बेटी मणिकर्णिका (झांसी की रानी) ने interest लेना शुरु कर दिया. देश भक्ति की भावना की और नाना साहब के support की वजह से उसके अन्दर गजब का confidence आ गया था .नाना राव मनु (झांसी की रानी) से 11 साल बड़े थे और वे मनु को अपनी सगी बहन से बढ़ कर मानते थे.
मनु की उम्र करीब 7-8 वर्ष रही होगी जब उनकी शादी झांसी के राजा गंगाधर राव से हुवा और तब उनका नाम रानी लक्ष्मी बाई रखा गया. शादी के बाद भी रानी अपना जज्बा कायम रखा महल मे ही वो अपना work out (मलखम आदि भी) और तलवार बाजी कि practice करती और interested लड़कियो को सिखाती भी थी. वर्ष 1851 मे ही रानी ने 15 साल की उम्र मे एक बच्चे को जन्म दिया था जिसकी थोड़े दिनो मे ही मौत होगयी थी.इसी वर्ष बाजीराव द्वितीय की मौत के बाद नाना ने राज गददी तो सम्भाली पर अंग्रेज उनके दत्तक होने बहाना करके उनका राज्य हथियाना चाहते थे. वर्ष 1858 मे रानी मात्र 23 साल की थी जब वे शहीद हुई उन्हे बुरी तरह से घायल करने वाला अंग्रेज Sir Hugh Rose खुद उनकी बहादुरी का कायल हो गया और उसने उन्हे ‘मर्दानगी से युक्त मर्द’ कहा था. रानी की मौत के बाद उनके adopted बेटे दामोदर राव को उस वक्त तात्या टोपे ने सम्भाला था और वह भी एक क्रांतिकारी बना. वर्ष 1858 मे नाना साहब का पता नही चल पाया कि वे जीवित है या नही पर उन्हे शहीद ही माना गया.
नाना राव, तात्या टोपे और रानी लक्ष्मी बाई ने 1857 की क्रांति मे अंग्रेजो से डट कर मुकाबला किया और पर एक एक करके वीर गति को प्राप्त होगये .
इन दोनो की मौत के एक साल बाद तक तात्या टोपे ही आखिरी उम्मीद थे पर वर्ष 1959 मे उनकी भी मौत होगयी.
रानी लक्ष्मी बाई (ये रानी का एक अंग्रेज photographer द्वारा खीचा गया real photo है)
की कहानी पर आधारित एक TV serial
बना था जिसमे उल्का गुप्ता ने रानी का child version
और कृतिका सेंगर ने young रानी लक्ष्मी बाई
का किरदार कुछ इस तरह निभाया कि लोग जब झांसी की रानी का नाम लेते है तो दिमाग मे सिर्फ यही चेहरे दिखाई पड़ते है. इस धारावाहिक मे नाना साहब
और तात्या टोपे
किरदारो पर भी focus किया गया था.
1857 क्रांति से वास्ता रखने वाले इन वीर देशभक्तो की शहादत पूरा देश हमेशा याद रखेगा .