नारी की उत्पत्ति

हिन्दु धर्म मे पुराणो के अनुसार पुरुष की उत्पत्ति पहले हुई और बाद मे स्त्री की. भगवान शिव एक ऊर्जा से उत्पन्न हुवे पर ऊर्जा दूसरा हिस्सा शारीरिक रुप उत्पन्न नही हुआ था पर भगवान शिव ऊर्जा के दूसरे हिस्से को आदिशक्ति के रुप मे महसूस करते और उनकी बनावट की  कल्पना करते थे  और खुद को शक्ति के बगैर खुद को अधूरा समझते थे. शिव से विष्णु और  विष्णु से ब्रम्हा उत्पन्न होजाने के बाद ब्रम्हा ने  अपने जैसे स्वरुप की तरह पुरुष ही पुरुष बना डाले. वे जन्म लेते थे और उम्र के अनुसार मर जाते थे. पुरुषो को बना बना कर  ब्रम्हा परेशान होगये तब उन्होने अपनी चिन्ता भगवान विष्णु को बताई तब उन्होने नारी   की रचना करने लिये कहा जो जन्म देसके पर  ब्रम्हा अभी भी समझ नही पारहे थे कि वे स्त्री को कैसे बनाये फिर  उन्होने अपनी समस्या  शिव को बताई तो उन्होने जिस ऊर्जा   से वे बने थे उसी ऊर्जा के दूसरे हिस्से का स्वरूप (जो अब तक शिव की कल्पना थी) वह स्वरुप ब्रम्हा को दिखलाया वो स्वरुप आदिशक्ति (जिसे प्रक्रति के रुप मे हम खुद महसूस करते है) का था. फिर क्या था?  ब्रम्हा को स्त्री की रचना करने का तरीका मिल गया. ब्रम्हा ने आखिरी बार एक पुरुष को बनाया जिसका नाम मनु रखा और पहली बार  एक स्त्री की रचना की रचना की जिसका नाम श्रध्दा रखा. पुराणो के अनुसार माना जाता है कि श्रध्दा और मनु  पहले माता पिता बने. हम सभी मनु के वंशज है इसलिये हमे मानव या मनुष्य कहा जाता है.

श्रध्दा की पुत्री प्रसूति प्रजापति दक्ष ( जो कि ब्रम्हा के बनाये गये पुत्र थे और प्रसूति के माता पिता से  भी हजारो वर्ष बड़े थे) की पत्नी बनी जिन्होने कई कन्याओ को  जन्म दिया.हालांकि त्रिदेव एक ही विवाह को मान्यता देते रहे पर घड़ी कुछ ऐसी आगई कि स्त्रियां बहुत ज्यादा हो गई और पुरुष कम तो एक पुरुष से कई स्त्रियो से विवाह होने लगा. वह युग सतयुग कहलाया जिसमे लोग एक लाख वर्ष जीते थे इसलिये पत्नी अगर पति से 1000 -2000 साल भी छोटी होती थी तो कोई फर्क नही पड़ता था. प्रसूति की दो पुत्रियो द्विति और अदिति सहित कई  कन्याओ का विवाह एक ऋषि से हुआ जिनमे अदिति ने इन्द्र सहित कई देवताओ को जन्म दिया वही द्विती ने सिर्फ राक्षसो को जन्म दिया. आदि शक्ति ने सती के रूप मे जन्म लिया जो कि प्रसूति और दक्ष की 101वी संतान थी. वास्तव मे  स्त्री को ब्रम्हा अपनी सबसे खूबसूरत और महान रचना मानते थे क्योकि स्त्री ने उनकी सबसे बड़ी समस्या का समाधान कर दिया.

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