जब भी सात समन्दर पार मै तेरे . .. . song ( film विश्वात्मा ) सुनाइ देता है तो आँखो के सामने एक मासूम सा चेहरा आता है वो चेहरा है स्व. दिव्या भारती का . सूपर स्टार शाहरुख खान ने जिस स्टार actress के साथ film दीवाना से व सुनील शेट्टी ने बलवान film से अपने फिल्मी career कि शुरुवात की थी वो दिव्या भारती ही थी . जिसकी फिल्मे जब कभी भी देखते है तो लोग यही कहते है ये हिरोइन इस दुनिया मे नही है क्योकि सब जानते कि महज 19 साल कि उम्र मे 5 अप्रैल 1993 को अपनी बिल्डिंग के छज्जे से गिरने की वजह परलोक सिधार गई . कुछ लोग इसे murder मानते है तो कुछ लोग suicide पर अन्त मे ये एक दर्दनाक हादसा ही करार दिया गया.उसके खाते मे तमाम एसी super hit फिल्मे जैसे शोला और शबनम , क्षत्रिय, दिल आशना है , आदि जिनकी वजह से उसे नइ generation के लोग भी खूब पहचानते पर बहुत कम लोग ये जानते है कि इतने कम से समय मे उसने जो कामयाबी के जो झंडे गाढ़ लिये थे उसके लिये उससे बड़ी उम्र कि हिरोइने तरस तरस रही थी .जी हां आपको ये जानकर आश्चर्य होगा 80s की न. 1 हिरोइन श्री देवी का जादू भी कुछ खास नही चल रहा था और उन्हे लाडला फिल्म इसलिये मिली क्योकि उनकी शकल काफी हद तक दिव्या से मिलती थी .
इस फिल्म की शूटिंग दिव्या आधे से ज्यादा (80%) कर चुकी थी .खास बात ये है कि फिल्म मे श्रीदेवी का look , style और attitude सब दिव्या भारती का ही था
जिसकी वजह से श्रीदेवी के career मे नइ ताजगी आई .हालांकि उम्र मे लगभग दस साल बड़ी श्री देवी से तुलना किये जाने पर दिव्या बहुत खुश होजाती थी और कहती थी कि श्री जी मुझसे ज्यादा खूबसूरत है .इसी तरह दिव्या की अकाल मृत्यु हो जाने कि वजह से रवीना टंडन को मोहरा व तब्बु को विजय पथ जैसी दमदार फिल्मे मिली जिनकी वजह से से इन अभिनेत्रियो के filmy career को सही दिशा मिली . शतरंज और रंग उसकी death के बाद release हुई . super hit film रंग दिव्या के नाम से ही चली और film का हीरो हिंन्दी फिल्मो मे कोइ कमाल नही दिखा पाया कइ सालो बाद उसे एकता कपूर के tv serial कसम से मे side role करता हुवा देखा गया . मशहूर फिल्म producer और director साजिद नाडियावाला ( किक, हाउस फुल इत्यादि ) कि दिव्या पहली पत्नी थी . दिव्या कि मौत के लगभग 11 साल बाद 2004 मे साजिद ने वरधा खान के साथ दूसरी शादी की . साजिद की लगभग हर फिल्म की शुरुवात दिव्या की memories के साथ होती रही है .मौत से ठीक दो महीने पहले sony channel के एक tv show मे दिव्या ने अपने आखिरी interview मे कहा ” मै इस सफलता के लिये ईश्वर की शुक्रगुजार हूं . अगर hollywood या इससे ऊपर भी कोई जगह है तो मै वहां जाना चाहुंगी ,जहां भी ईश्वर मुझे ले के जायेगा मै जाऊंगी “. उस वक्त उसे क्या पता था कि ईश्वर का इरादा उसे अपने पास बुलाने का था जिससे ऊपर कोई जगह नही है.
आपने सही लिखा है शायद आज अगर दिव्या जी जीवित होती तो बालीवुड के लिए मील का पत्थर साबित होती।