टॉम अल्टर: एक फिरंगी बना भारत का बेटा

2017 ने बहुत सी ऐसी मशहूर हस्तियो को निगला, ओम पुरी, विनोद खन्ना, शशि कपूर, नीरज बोरा पर एक नाम और है जिस पर लोगो ने ध्यान नही दिया, क्योकि वे कोई बड़े स्टार नही थे पर उनकी खासियत यह थी ये एक विदेशी होते हुये भी  दिल से भारत के बेटे बन गये थे.
टॉम अल्टर  29 सितम्बर 2017 को इस दुनिया को अलविदा कह गये. वाकई वे भारतीय न होकर भी सच्चे भारतीय थे क्योकि वो  सिनेमा और टेलीवीजन की दुनिया मे ऐसे रम गये थे कि दर्शक ये भूल जाते थे कि  वो एक विदेशी है, टॉम का जन्म 1950 उ.प्र. के मंसूरी जिले मे हुआ था,  दरसअल उनके दादा दादी वर्ष 1916 मे भारत आये थे और  तब से यही बसे हुये थे. 18 वर्ष की उम्र मे वे पढ़ाई के लिये अमेरिका गये पर भारत के प्रति उनका  मोह उन्हे साल भर बाद भारत खीच लाया.
टॉम की फिल्मे देखने मे रुचि रखते -रखते उन्हे एक्टिंग करने शौक होगया जिस कारण वे पूने मे उन्होने एक्टिंग सीखी.
आखिरकार उन्होने धर्मेन्द्र हेमा मालिनी अभिनीत फिल्म चरस से डेब्यु किया था.
विदेशी होना टॉम का प्लस प्वांइंट  बन गया था जब हिन्दी फिल्मो मे विदेशी किरदारो की जरुरत पड़ती थी तो किसी भारतीय को ही अंग्रेज बनना पड़ता था लेकिन टॉम ने ये कमी पूरी कर दी.

मनोज कुमार की देशभक्ति फिल्म क्रांति मे टॉम ने एक अत्याचारी अंग्रेज की भूमिका निभाई जो क्रांतिकारी भारत (मनोज कुमार) और उसके साथियो पर हंटर से पिटाई करवाता है  और असलियत मे लोग उन्हे फिरंगी कह कर नफरत करने लगे पर असलियत मे ये फिरंगी देशी रंग मे ऐसा रंगा था कि फिल्म राम तेरी गंगा मैली मे उन्होने एक गांव के मजदूर की छोटी सी निभाई जोकि फिल्म मे लीड रोल कर रही एक्ट्रेस मन्दाकिनी के भाई का रोल था ये किरदार दर्शको ने खूब सराहा.
सुपर हिट फिल्म आशिकी मे टॉम ने छोटी मगर यादगार भूमिका निभाई थी.
1983 मे  इंडियन क्रिकेट टीम ने वेस्ट इंडीज को हरा कर विश्व कप जीता था तब चुंकि स्पॉर्ट्स मे भी टॉम का अच्छा खासा अनुभव था इसलिये उस समय टॉम अल्टर ही मैच होस्ट करते हुये  और जीत के पहले और बाद  क्रिकेटरो और  दर्शको की प्रतिक्रियाये ले रहे थे.
मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलेकर का पहला इंटरव्यू टॉम अल्टर ने  ही लिया था.
इसके बाद उन्होने टीवी की तरफ रुख कर लिया. टॉम ने  दूरदर्शन मे प्रसारित होने वाले  धारावाहिक जुनून मे केशव कल्सी का यादगार रोल निभाया

इसके बाद  एक जमाने के बच्चो के अधिक पसंदीदा टीवी शो शक्तिमान  मे  टॉम की महागुरु की भूमिका कौन भूल सकता है?

टॉम की कामयाबी देख कर विदेशी  बॉलीवुड मे भाग्य आजमाने भारत आने लगे थे जिसमे बॉब क्रिस्टो ने फिल्म मिस्टर इंडिया मे ‘ जय बजरंग बली’  डायलॉग से एक छोटी सी भूमिका मे भी दर्शको से खूब तालियां बटोरी

 

इनके अलावा गैर्विन 90s की फिल्मो मे विदेशी गुन्डे की भूमिका करके हीरो के साथ फाइट करते नजर आते थे (गैर्विन और बॉब दोनो ही इस दुनिया मे नही है).
खैर वर्ष 2008 मे पदम श्री अवार्ड से नवाजे गये टॉम अल्टर ने भले ही इस दुनिया
से अलविदा ले चुके हो  और उनके अंतिम संस्कार मे फिल्म जगत का कोई सितारा न दिखा हो पर उनका योगदान फिल्म, टेलीवीजन और खेल जगत कभी नही भूल सकता.

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