कोरोना महामारी के दौरान हमारा जीवन कैसे बदला

कोरोना वायरस यानी कोविड १९ ने पुरे विश्व में तहलका मचा दिया है. वुहान शहर से निकलकर इसने पूरी दुनिया को अपने चपेट में ले लिया. अमेरिका, फ्रांस, स्पेन और इटली आदि देशों में मौत का सिलसिला शुरू हुआ और थमने का नाम नहीं ले रहा. भारत भी इससे अछूता नहीं रहा. भारत में कोरोना वायरस से १६,००० से भी ज़्यादा लोग संक्रमित हैं और रोज़ नए नए केस आ रहे हैं. भारत सरकार ने यह दूसरी बार पूरे देश को संपूर्ण तरीके से Lockdown किया है. कोरोना वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेज़ी से फैलता है. इससे बचने के लिए हमे २० सेकंड तक अपने हाथों को धोना चाहिए  और मुंह पर मास्क लगाना भी आवश्यक है अगर हम बाहर निकलें तो.

अभी संपूर्ण रूप से Lockdown है जिसकी वजह से हमारे जीवन में काफी बदलाव आया है. परिवार के साथ अधिक वक़्त बिताने का सुअवसर भी प्राप्त हुआ है. आजकल रोज़मर्रा के जीवन में अभिभावकों को अपने बच्चों के साथ खेलने और विभिन्न तरीकों से जुड़ने का मौका मिला. कुछ लोग जिन्हे भोजन बनाना नहीं आता उन्होंने YouTube से भोजन बनाना सीखा.

कुछ लोगों ने नृत्य और संगीत का अभ्यास किया. Lockdown का सबसे ज़्यादा प्रभाव गरीब मजदूरों पर पड़ा जो अपने दैनिक वेतन पर जीते है. कोरोना वायरस से पूरी दुनिया प्रभावित हुई है.  विकसित देशों, अमेरिका, स्पेन और इटली जैसे देशों में सम्पूर्ण Lockdown किये गए. भारत को भी अरबो और करोड़ो रूपयों  का आर्थिक नुकसान हुआ है. लेकिन ज़िन्दगी से बड़ी कोई वस्तु नहीं, इसलिए आर्थिक  नुकसान पूरी दुनिया झेल रही है.

भारत में गरीब मजदूरों के परिवार को दो वक़्त का खाना भी मुश्किल से नसीब हो रहा है. कुछ मजदूरों के पास घर लौटने तक के पैसे नहीं है.प्रधानमंत्री मोदी जी ने पीएम रिलीफ फण्ड की घोषणा की है. उन्होंने ज़रूरतमंद लोगों की  सहायता करने का एलान किया है ताकि कोई भी आदमी भूखे पेट न सोये.

पूरी दुनिया के सभी देशों के कारोबारों और शेयर बाजार को भारी नुकसान झेलना पड़ा है.शेयर बाजार में भारी मात्रा में गिरावट आयी है. भारत के फैक्ट्री और कल कारखानों को भयानक  नुकसान झेलना  पड़रहा है. Lockdown के कारण भारत को १०० अरब डॉलर से ज़्यादा नुकसान होने की सम्भावना है.

कोरोना की वजह से १४अप्रैल से भारत में Lockdown चल रहा है. देश में डॉक्टर्स, स्वास्थकर्मी और पुलिस दिन रात हमारी सेवा कर रहे है जो प्रसंशनीय है. भारत में लोखड़ौन की वजह से लोग घर से अपने दफ्तर के काम कर रहे है . हमें घर पर ही रहकर कोरोना को हराना है. हम इस जंग में अपने देश के साथ हैं. भारत में लोगों और सभी सुविधाओं की आवाजाही बंद है. लेकिन जो भी ज़रूरत की सेवा है वह मूल रूप से खुली हुयी है. कोरोना वायरस को काबू में करने के लिए यह सारे निषेध किये गए हैं. भारत में सबसे ज़्यादा नुक्सान टूर, ट्रेवल, फ़ूड , रियल स्टेट जैसी इंडस्ट्री को हुआ है. भारत में Lockdown के चलते घरों में बंद होने के कारण लोगो को मानसिक समस्याएं हो सकती हैं. मनोचिकित्सकों का कहना है लोग अपने आपको ज़्यादा कार्यों में व्यस्त रखें ताकि डिप्रेशन जैसी बीमारियां उत्पन्न न हों. उनका कहना है कि जितना हो सके हमे अपने आपको व्यस्त रखने की आवश्यकता है. Lockdown  के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है, तभी हम अपने देश को कोरोना वायरस से मुक्ति दिला सकते हैं और फिर से हमारी ज़िन्दगी पटरी पर आ जायेगी. हम सभी को घर में सुरक्षित रहकर इस कोरोना महामारी से लड़ने की आवशयकता है और निश्चय ही हम इस पर विजय प्राप्त करेंगे.

जय हिन्द जय भारत !

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