
जब मैने दिवन्गत नेता एन डी तिवारी (उत्तराखंड एवं उ.प्र. के पूर्व मुख्यमंत्री) के बेटे रोहित शेखर की मौत की खबर सुनी तो मुझे बहुत आश्चर्य हुआ क्योकि रोहित शेखर का नाम खबरो मे सिर्फ आज नही है बल्कि ये नाम खबरो कुछ साल पहले सुना गया था सन 2012 मे जब कोर्ट ने ये फैसला सुनाया था कि रोहित शेखर ही नारायण दत्त तिवारी का बेटा है तब अचानक वह मीडिया मे छा गया था जब उससे यह सवाल पूछा गया कि आप एन डी तिवारी के नाजायज बेटे है? तो उसने कहा, ‘ मै एन डी तिवारी का नाजायज बेटा नही, बल्कि वह मेरे नाजायज पिता है’.
इससे पहले उसे 32 साल अपने ही पिता को अंकल कहना पड़ता था पर काफी संघर्ष के बाद उसे अपना अधिकार मिला था. उसने न सिर्फ खुद को बल्कि अपनी मां तो उज्जवला को भी न्याय दिलवाया था.
ऐसा लग रहा था कि इतने संघर्ष के बाद ये नाम अब राजनीति मे कुछ कर दिखायेगा पर ऐसा कुछ भी नही हुआ समय के साथ ये नाम गुम होगया. सन 2018 मे 89 वर्ष की आयु मे
एन डी तिवारी की मृत्यु होगई.
लेकिन अब ये नाम फिर सुर्खियो मे है दुर्भाग्यवश! इस बार वजह रोहित की हत्या है जोकि उसकी पत्नी अपूर्वा शुक्ला द्वारा गला दबा कर की गई है. 16 अप्रैल को
रोहित अपने कमरे मे संदिग्ध अवस्था मे मृत पाया गया चुंकि रोहित को हार्ट से सम्बंधित बीमारी थी इसलिये सभी को ये मौत प्राकृतिक लग रही थी.
पर पूरी कहानी पलट गई जब पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आती है और पता चलता है कि रोहित का कत्ल
या तो मुंह पर तकिया रख कर किया गया है या गला दबाकर किया गया है और सारे सबूत अपूर्वा की तरफ इशारा कर रहे थे तब पुलिस द्वारा सख्ती किये जाने पर अपूर्वा बयान देती है कि उसके और रोहित के बीच झगड़ा हुआ जिस पर दोनो ने एक दूसरे का गला दबाया जिससे रोहित की मौत होगई ( इंदौर की रहने वाली पेशे से वकील अपूर्वा ने शायद सेल्फ डिफेन्स मे बचने की पूरी कोशिश की).
अपूर्वा ने खुल कर जो बयान दिया उसने सबको हिला कर रख दिया, अपूर्वा वीडियो कॉल मे पति और उसकी भाभी को एक ही गिलास मे शराब पीते हुये देख कर भड़क गई, जब रोहित उत्तराखंड से वोट देकर अपनी मां व भाभी के साथ लौटा तो उसने किसी तरह खुद को सम्भाला और सबको खाना खिलाया. फिर रोहित ने अपनी मां को घर से विदा किया और फिर वह कमरे मे चला गया फिर साढ़े 11 बजे अपूर्वा उसके कमरे मे गई, उसका इसी बात पर रोहित से झगड़ा होगया और अपूर्वा आपे से इतनी बाहर होगई कि उसने रोहित का गला दबाया
व मुंह पर तकिया रख
दिया , चुंकि रोहित नशे मे धुत था इसलिये वह खुद का नही बचाव नही कर सका. अपूर्वा ने बताया कि शादी के बाद उसने पाया
कि रोहित और उसकी दूर की रिश्तेदार (भाभी) का अफेयर है यहां तक कि उसका आठ साल का बच्चा भी रोहित का है न कि उसके पति का इसलिये प्रॉपर्टी का कुछ हिस्सा उसी बच्चे के नाम किया गया.
केस यही खत्म नही हुआ है पुलिस को लगता है कि इस कत्ल मे कोई और भी शामिल है.
लेकिन ये मुद्दा सिर्फ एक कत्ल का नही है बल्कि पति पत्नी के झगड़े का है जिसे लोग सिर्फ एक ही नजरिये से देखते कि अगर पति पत्नी की जान ले तो जाहिर सी बात है पति जुल्मी होगा पर वही पत्नी पति की जान ले तो भी पति ही जुल्मी होगा इसीलिये तो पत्नी को उसकी जान लेनी पड़ी. कुछ ऐसा ही इस केस मे सुनने को मिल रहा कि अगर रोहित उसके दूसरी औरत से सम्बंध थे तो उसके साथ कोई हमदर्दी नही होनी चाहिये हां अपूर्वा गलत है पर कोई भी पत्नी पति को दूसरी औरत के साथ बर्दाश्त नही कर सकती.
अपूर्वा और रोहित से सम्बंधित जो कुछ भी खबरे सामने आरही है उससे उनकी पर्सनल लाइफ जिन्दगी से लगातार पर्दा उठ रहा है.
अपूर्वा के घरवालो की सुने तो उनकी बेटी निर्दोष है क्योकि रोहित और उसकी मां उज्जवला अपूर्वा के साथ दुर्व्यवहार करते थे, साथ ही उसके साथ धोखा हुआ रोहित के पास प्रॉपर्टी के नाम पर कुछ खास नही था.
अपूर्वा के परिजनो का यह भी कहना किया कि अपूर्वा को फंसाया जारहा है , उसने जो भी बयान दिया वो पुलिस के दबाव मे दिया, अपूर्वा और रोहित के बीच कोई झगड़ा नही था बल्कि रोहित के लिये अपूर्वा ने पंडित से अनुष्ठान करवाया था, कत्ल अपूर्वा ने नही बल्कि रोहित की भाभी ने ही शराब मे कुछ मिलवा के किया क्योकि डॉक्टर ने रोहित को शराब के लिये मना किया था फिर भी उसकी भाभी ने उसे लगातार शराब पिलाई, इसके बाद घर आकर भी रोहित ने अपने नौकर से पीने के लिये शराब मंगवाई थी.
वही उज्ज्वला की माने तो रोहित अपूर्वा के बारे मे कुछ जानकर पहले ही शादी से इनकार कर रहा था, अपूर्वा झूठी है, शातिर अपराधी है रोहित के बाद अपूर्वा उन्हे मार देती साथ ही खुलासा किया कि अपूर्वा को लगता था कि रोहित
के पास पैतृक सम्पत्ति है , रुतबा है, सिर्फ इसलिये उसने शादी की . उसने चुनाव लड़ने की इच्छा जताई थी जिसके लिये रोहित ने कभी मना नही किया पर उसका कहना था कि उसका खुद का करियर अभी नही बना है क्योकि उनके चुनाव लड़ने के लिये पर्याप्त पैसे नही है रोहित की बायपास सर्जरी हुई थी उसे आराम की जरूरत थी फिर भी अपूर्वा उससे झगड़ती थी और फिजूल खर्ची के लिये पैसे मांगती थी.
खैर ! सारे सबूत जैसे पुलिस का जांच मे सहयोग न करना, सीसीटीवी कैमरे मे अपूर्वा का रोहित के कमरे मे जाते और एक घंटे बाद निकलते दिखना, फोन को फॉर्मेट कर देना व रोहित के कमरे के सीसीटीवी कैमरे से छेड़छाड़ आदि के मुताबिक ये बात झुठलाई नही जासकती कि रोहित का कत्ल अपूर्वा ने ही किया पर ये नही पता लगाया जासका है कि अपूर्वा ने रोहित को वाकई आत्म रक्षा के लिये या दूसरी महिला से सम्बंध के कारण गुस्से मे किया या प्रोपर्टी और सत्ता के लालच मे साजिश के तहत किया.
बहुत से लोग अपूर्वा से हमदर्दी दिखा रहे कि अपूर्वा ने कत्ल करके जुर्म किया है पर चूंकि रोहित उसे धोखा देरहा था इसलिये उसने आपा खोदिया होगा वही कुछ लोगो का कहना है कि अगर रोहित के सम्बंध किसी और औरत से थे तो अपूर्वा के भी किसी और से होसकते है.
चूंकि अपूर्वा ने खुद माना है कि रोहित से शादी सिर्फ इसलिये की क्योकि उसे राजनीति मे करियर बनाना था, इसीलिये मैट्रिमनियल साइट मे रोहित का प्रोफाईल देख कर वह उससे प्रभावित हुई और पांच साल तक डेटिंग करने के बाद रोहित शादी से मुकर रहा था पर रोहित से करीबी बढ़ जाने के कारण उसे शादी करनी पड़ी.
ये बयान अपूर्वा का है बाकी जिस तरह केवल रोहित के कमरे के सीसी टीवी कैमरे से छेड़छाड़ हुई है और पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के मुताबिक रोहित के शरीर मे शराब के अलावा एक नशीली दवा पाये जाने की खबर सुनने को मिलना एक प्रीप्लान्ड मर्डर की तरफ इशारा करते हेै. जिस तरह अपूर्वा के पढ़ी लिखी होकर भी तांत्रिक से पूजा पाठ या झाड़फूक करवाने की बात सामने आई है तो ये तथ्य भी हत्या से सम्बंधित होसकता है चूंकि अपूर्वा ने हत्या के तुरन्त बाद अपना फोन फॉर्मेट किया तो ये राज अभी भी नही खुला है कि अपूर्वा ने आखिर किससे बात की?
और गौर करने वाली बात है अगर रोहित सच मे बुरा था, धोखा देरहा था तो अपूर्वा को तलाक लेकर अलग होजाना चाहिये था तो उसे जान लेनी की जरुरत क्यो लेनी पड़ी? क्योकि जान लेना किसी भी समस्या का हल नही होता बल्कि जुर्म ही होता है.
अपूर्वा जिस तरह तलाक देने के बजाय कत्ल करने का रास्ता अपनाया उससे ये अनुमान भी लगाया जासकता है कि शादी के कुछ महीने बीत जाने के बाद महत्वकांक्षी अपूर्वा को रोहित बेकार इंसान
लगा हो तब उसने सोचा हो कि शायद एनडी तिवारी की विधवा बहु के नाम पर उसका राजनीति मे करियर बन जाये,
हां रोहित गलत था अगर वह अपनी पत्नी धोखा देरहा था पर ये अपूर्वा का शक भी होसकता है.
फिलहाल अपूर्वा तिहाड़ जेल मे है . जैसा कि अपूर्वा ने अपने बयान मे कहा कि रोहित को मारने के बाद वो खुद को आजाद महसूस कर रही थी तो अब आजादी की असली अहमियत उन्हे जेल मे समझ आरही होगी.