मालूम पड़ता है पाकिस्तान सिर्फ भारत या अन्य देशो का ही नही बल्कि खुद अपने लोगो का दुश्मन है .अब पाकिस्तान आतंकवादी देश घोषित होने की कगार पर है वही ये भी सच है हर पाकिस्तानी आतंकवादी नही है लेकिन पाक की नापाक हरकतो का खामियाजा वहां के निर्दोष लोगो को भी भुगतना पड़ता है अब पाकिस्तानी कलाकारो जैसे अली जफर को ही ले लीजिये जिनका करियर भारत अच्छा खासा चल रहा है किन्तु भारत पर पाकिस्तानी हमलो की वजह से पाकिस्तानी कलाकारो पर भारत मे काम करने पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है .ऐसे कई कलाकार जैसे फवाद खान ( खूबसूरत, कपूर एन्ड सन्स), बावरा (सनम तेरी कसम) , माहिरा खान फिल्म रईस से शाहरुख खान जैसे सूपर स्टार के साथ अपने कदम बॉलीवुड मे रखने वाली है पर अब इस फिल्म को रिलीज होने पर सवाल उठ रहे है. कहते है कि चक्की मे गेहु के साथ घुन को पिसना पड़ता है यही हाल पाकिस्तानी कलाकारो के साथ होरहा है.
ये नई बात नही है जब 2008 मे मुम्बई के के ताज होटेल सहित कई जगहो पर धमाके व गोलीबारी हुई थी तो सारे पाकिस्तानी कलाकारो को वापिस पाकिस्तान भेज दिया गया था .
हाल ही मे सलमान खान ने कहा कि वे पाकिस्तानी कलाकारो के साथ
है.भारत के जवान जो हमारी रक्षा के लिये कर मर मिटने को तैयार रहते है और शहीद होजाते है उनके भी कार्यो पर सवाल खड़ा करना बिल्कुल सही नही है और उनसे ज्यादा महत्व किसी का नही होना चाहिये . अजय देवगन ने पाकिस्तानी कलाकारो के साथ काम करने से साफ मना कर दिया .सच है कि अगर वाकई पाकिस्तानी कलाकारो का यहां रहना भारत की सुरक्षा की दृष्टि से रिस्क है तो उन्हे वापिस पाकिस्तान भेज देना चाहिये . पाकिस्तान भारत से ही निकल कर बना है और भारत को ही आंख दिखाता है . आखिरकार हर पाकिस्तानी के दादा -दादी और नाना नानी भारतीय ही थे . हमेशा सामने से दोस्ती की बात करना और पीठ पीछे वार करने का इल्जाम पाकिस्तान पर है, उदाहरण के तौर पर अभी कुछ साल पहले पाकिस्तानी क्रिकेटर शाहिद आफरीदी ने भारत मे भारत की तारीफ की तो वही पाकिस्तान जाकर भारत के खिलाफ जहर उगलते नजर आये .कुछ भारतीय एसे भी है जो भारत मे ही रह कर भारत की ही बुराई करते है और भारत मे खुद को असुरक्षित मानते है तो कुछ जाति और धर्म के नाम पर लड़ाई करते है साथ ही जो लोग जाति धर्म की दीवार को तोड़ कर एक होना चाहते है तो उन्हे ऐसा करने से रोका जाता है, फिर जाहे वो मुस्लिम होने की वजह से दिया मिर्जा को आरती करने से रोकना हो या नवाजुद्दीन शिद्दीकि को रामायण मे केवट का रोल करने से रोकना, ये बेहद दुखद है .
भारत मे एसे मुस्लिम भी है जो खुद को सच्चा हिन्दुस्तानी मानते है इसलिये हिन्दु हो या मुस्लिम सबको सिर्फ इंसानियत रुपी धर्म का पालन करना चाहिये .’एकता की भावना कमी होना’ जिसका फायदा उठा कर ही भारत पर दूसरो ने राज किया है.
Word Economic Forum द्वारा जारी ‘Global Travel and tourism report’ के अनुसार दुनिया के सबसे असुरक्षित 15 देशो की सूची मे भारत 13 वे स्थान पर है (पाकिस्तान 4थे स्थान पर है ).
अत: जब हिन्दु मुस्लिम सिख इसाई अपने-2 धर्मो से पहले सिर्फ एक धर्म का पालन करेंगे जिसे ‘इंसानियत’ कहते है तो भारत न सिर्फ सबसे मजबूत व सुरक्षित बल्कि खुशहाल देश भी कहलायेगा.